Tuesday, September 1, 2015

सीताफल औषधियुक्त मीठा फल


सीताफल औषधियुक्त मीठा फल



सीताफल एक लाजवाब, स्वादिष्ट और मीठा फल होने के साथ-साथ अपने में अनगिनत औषधीय गुणों को शामिल किए हुए है। सीताफल  (शरीफा ) एक मीठा फल है इसमें काफी मात्र में कैलोरी होती है जो और अल्सर अम्ल पित्त के रोग में ज्यादा लाभकारी होता है पूरे शरीर को स्वस्थ और बीमारियों से दूर रखने का यह एक बहुत ही आसान उपाय है। सीताफल में वजन बढ़ाने की क्षमता भरपूर होती है आपको बस सीताफल को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना है और आपका मनचाहा फिगर आप पा सकेंगे बहुत ही जल्दी। सीताफल में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट विटामिन सी बहुत ज्यादा मात्रा में होता है। विटामिन सी में शरीर की रोगों से लड़ने वाली शक्ति यानी इम्युन सिस्टम को बढ़ाने की क्षमता होती है  जो बीमारियों को दूर भगाइए


सीताफल बहुत ही अच्छा एनर्जी का स्रोत होता है और इसके सेवन से थकावट और   मांसपेशियों की कमजोरी आपको बिलकुल भी महसूस नहीं होगी। विटामिन बी कॉम्प्लेक्स से भरा हुआ सीताफल दिमाग को शीतलता देने का भी काम करता है। यह आपको चिड़चिड़ेपन से बचाकर निराशा को दूर रखता है।  सीताफल आपके दांतों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत उत्तम है। इसको नियमित खाकर आप दांतों और मसूड़ों में होने वाले दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।  खून की कमी यानी एनीमिया से बचना अब बिलकुल आसान है। सीताफल का हर दिन इस्तेमाल खून की अल्पता को खत्म कर देता है और उल्टियों के प्रभाव को भी कम करता है।  सीताफल आंखों की देखने की क्षमता बढ़ाता है, क्योंकि इसमें विटामिन सी और रिबोफ्लॉविन काफी ज्यादा होता है। 




सीताफल में मौजूद मैग्नीशियम शरीर में पानी को संतुलित करता है और इस तरह से जोड़ों में होने वाले अम्ल को हटा देता है। यह अम्ल गठिया रोग का मुख्य कारण होता है और इस तरह से सीताफल गठिया रोग से सुरक्षा करता है। सीताफल में  सोडियम और पोटेशियम संतुलित मात्रा में होते हैं जिससे खून का बहाव यानी ब्लड प्रेशर में अचानक होने वाले बदलाव नियंत्रित हो जाते हैं। दोनों प्रकार की शुगर को संतुलित रखना सीताफल के उपयोग के साथ बहुत ही आसान है। इसमें शरीर में होने वाली शुगर को सोख लेने का गुण होता है और इस तरह से यह शुगर का शरीर में स्तर सामान्य बनाए रखता है। सीताफल ताँबा और फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। साथ ही फाइबर मल को नरम करके कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है। गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा होता है- यह फल गर्भावस्था के समय होने वाले मूड स्विंग, मॉर्निंग सिकनेस और अकड़न से राहत दिलाने में मदद करता है।



सीताफल बीज

सीताफल के बीज रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं। इसके सेवन से कैंसर और डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है। सीताफल के बीजों में प्राकृतिक एंटी ऑक्सीडेंट हैं साथ ही विटामिन-सी बहुत अधिक मात्रा में है। विटामिन-सी से शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती है और यह  ऊर्जा का अच्छा स्रोत होता है। सीताफल के बीजों में विटामिन-बी   होता है।  सीताफल का बीज खून की कमी यानी एनीमिया से बचाता है। कई रोगों में रामबाण फोड़ार शरीफा के पत्तों को पीस कर फोड़ों पर लगाने से फोड़े ठीक हो जाते हैं


शरीर की जलन  शरीफा सेवन करने या इसके गूदे से बने शरबत शरीर की जलन को ठीक करता है. बालों के रोग रू शरीफा के बीजों को बकरी के दूध के साथ पीस कर बालों में लगाने से सिर के उड़े हुए बाल फिर से उग आते हैं. जूओं का पड़ना रू शरीफा के बीजों को बारीक पीस कर रात को सिर में लगा लें और किसी मोटे कपड़े से सिर को अच्छी तरह बांध कर सो जाएं. इससे जुएं मर जाती हैं व्रत के दिनों में फलाहार के रूप में इसे खाते हैं. पूरक आहार के रूप में इसका सेवन किया जाता है.


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